एमवाय को बनायें प्रदेश का उत्कृष्ट अस्पताल - संभागायुक्त

एमवाय को बनायें प्रदेश का उत्कृष्ट अस्पताल - संभागायुक्त
संभागायुक्त ने की एमवाय अस्पताल के प्रबंधन की समीक्षा
इंदौर। संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने आज एमवाय अस्पताल पहुंचकर प्रबंधन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में अस्पताल को प्रदेश के उत्कृष्ट संस्थान के रूप में स्थापित करने के लिये सभी प्रयास किये जायें। श्री त्रिपाठी ने अस्पताल के विभिन्न विभागों और निर्माण एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल के निर्देश दिये। बैठक में एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल, एमवाय के अधीक्षक डॉ. ए.डी. भटनागर एवं डॉ. डी.के. शर्मा सहित सभी विभाग प्रमुख एवं निर्माण एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित थे। 
बैठक में अस्पताल की साफ-सफाई, सुरक्षा और हाउस कीपिंग के लिये नियुक्त एजेंसी द्वारा कार्यों में लापरवाही पर कमिश्नर ने कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने एजेंसी पर हेवी पेनाल्टी लगाने के निर्देश दिये। श्री त्रिपाठी ने नेत्र विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि अस्पताल में प्रत्येक माह एक बड़ा नेत्र शिविर लगाया जाना चाहिये, जिसमें संभाग के सभी जिलों के मरीजों को यहां नेत्र उपचार मिल सके। स्ट्रेचर ट्रॉली प्रबंधन पर चर्चा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि अनेक स्ट्रेचर व्हील खराब होने के कारण अनुपयोगी हो रहे हैं। अस्पताल में राशि की कमी नहीं है, परंतु समन्वय की कमी के कारण इन्हें सुधारा नहीं गया है। कमिश्नर श्री त्रिपाठी ने इस स्थिति पर कड़ी नाराजगी जतायी और कहा कि अस्पताल के सभी उपकरण सदैव उपयोग के लायक होने चाहिये। बैठक में महाराज तुकोजीराव अस्पताल (एमटीएच) में मेडिकल गैस पाइप लाइन सिस्टम के निर्माण में धीमी गति पाये जाने पर कमिश्नर ने इस कार्य में तेजी के निर्देश दिये। यहां दो करोड़ 19 लाख रूपये की लागत से यह कार्य किया जा रहा है। जिसमें अभी तक एक चौथाई काम ही हुआ है। अधीक्षक डॉ. भटनागर ने बताया कि एमवाय में साढ़े 6 करोड़ रूपये की लागत से बर्न यूनिट का निर्माण किया जा रहा है। इसमें एक करोड़ रूपये की लागत के नवीन उपकरण आ चुके हैं। बैठक में ओपीडी, सर्जरी, पैथोलॉजी, दवाओं की उपलब्धता, स्वच्छता प्लान, अस्पताल में प्रवेश प्रबंधन व्यवस्था, ड्रेनेज वर्क और केम्पस लाइटिंग की भी समीक्षा की गई।