जहां सुमति वहां संपत्ति नामा जहां कुमति वहां विपत्ति विधाना
श्री प्रेम प्रकाश मंडल के दो दिवसीय सत्संग समागम का भव्य आतिशबाजी से समापन ईश्वर की भक्ति अंतर्मन से कर मन ईश्वर से जोड़ें संत भगत प्रकाश महाराज श्री प्रेम प्रकाश आश्रम अमरापुर स्थान के सद्गुरु स्वामी श्री भगत प्रकाश जी महाराज ने दो दिवसीय सत्संग समागम के अंतिम दिन आज अपनी अमृतवाणी में जिए सत्संग किया जिस में उपस्थित सभी सिंधी समाज के धर्म प्रेमी बंधु भाव विभोर हो गए सदगुरु महाराज ने अपनी अमृत मई वाणी में कहा कि मन को सदैव ईश्वर से जोड़ें शरीर रूपी पिंजरा मिट्टी का बना है उसमें जो मन रूपी पक्षी बैठा है वह ईस्वर की देन है मन चोविय कलाक हले तो उन्हें खे हलण डियो पर सुटे पासे अलायो मनावे सूठे पासे हलाण लाहे ईश्वर जी भक्तों क्यों।मनुष्य अपनी आंखें बंद कर लेता है हाथ पैर नहीं हीलाए पर मन हमेशा चलता रहता है मन को भले ही चलने दे पर अच्छी तरह मन को चला कर अच्छे कर्म करें ।जैसे बच्चों को स्कूल में जाने से अच्छी शिक्षा संस्कार मिलते हैं उसी प्रकार संतों के सत्संग में मन अच्छी दिशा में जाकर सोचता है उससे इंसान सदकर्मों के लिए प्रेरित होता है। श्री प्रेम प्रकाश मंडली के महामंत्री परमानंद कुनानी व हरिकिशन टहलानी ने बताया कि आज सत्संग के समापन पर सभी श्रद्धालु प्रेमी बड़े आनंद उत्साह से नाच गा रहे थे एवं सदगुरु महाराज की सत्संग की वाणी का लाभ ले रहे थे झूलेलाल मित्र मंडल के अध्यक्ष हीरालाल गुरनानी द्वारा संत महात्माओं का छाल दुपट्टा एवं माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया गया । विराट सत्संग में प्रेम प्रकाश मंडल के सतपाल गांधी किशोर गुरनानी,राजकुमार गुरनानी,सुभाष गुरनानी,मोहन खानचंदानी,निर्मल आहूजा, कन्हैयालाल रामवानी, राजेन्द्र हेमनानी, फतन दास लालवानी, प्रताप रामचंदानी, निर्मल चेलानी, मनोज रामचंदानी, मोहन लुधानी की सेवा सराहनीय रही। श्री प्रेम प्रकाश मंडल की महिला मंडल में अध्यक्षा भारती खानचंदानी,वर्षा खानचंदानी मधु टहलानी एवं समस्त महिला मंडली का विशेष सहयोग सत्संग में तथा भंडारा बनाने में विशेष सहयोग रहा श्री फल सब्जी आलू आढ़तिया संघ के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश चंदवानी व भगवान लछवानी के विशेष सहयोग से दोनों दिन श्रद्धालुओं को फल प्रसाद वितरण किया गया सत्संग समागम पर गांधी परिवार द्वारा आतिशबाजी का कार्यक्रम गिरीश गांधी के नेतृत्व में किया गया।